Dwand Samas द्वंद्व समास

द्वंद्व समास (Dwand Samas) – जिस समस्त पद में दोनों अथवा सभी पद प्रधान हों तथा उनके बीच में समुच्चयबोधक- और, या, अथवा, आदि’ का लोप हो गया हो, तो वहाँ द्वन्द्व समास होता है।जिन समस्त पदों में दोनों पद प्रधान हो और उनके विग्रह में ‘और’ अथवा ‘या’ लगता हो, उसे द्वंद्व समास (Dwand Samas) कहते हैं। जिस समस्तपद में दोनों पद समान हों, वहाँ द्वंद्व समास होता है। इसमें दोनों पदों को मिलाते समय मध्य-स्थित योजक लुप्त हो जाता है। जैसे ‘भाई और बहन’ का समस्तपद होगा-‘भाई-बहन’। यहाँ दोनों पद समान हैं। समास करते समय मध्य-स्थित ‘और’ का लोप हो गया है।

Dwand Samas

द्वंद्व समास Dwand Samas in Hindi

दिन-रात ( समस्तपद ), – दिन ( पूर्वपद ), रात ( उत्तरपद ), दिन और रात ( समास-विग्रह )
माँ-बाप ( समस्तपद ), माँ ( पूर्वपद ), बाप ( उत्तरपद ), माँ और आप ( समास-विग्रह )
पाप-पुण्य ( समस्तपद ), पाप ( पूर्वपद ), पुण्य ( उत्तरपद ), पाप और पुण्य ( समास-विग्रह )
ऊँचा-नीचा ( समस्तपद ), ऊँचा ( पूर्वपद ), नीचा ( उत्तरपद ), ऊँचा या निचा ( समास-विग्रह )
राजा-रंक ( समस्तपद ), राजा ( पूर्वपद ), रंक ( उत्तरपद ), राजा और रंक ( समास-विग्रह )

उपर्युक्त समस्तपदों में पूर्वपद और उत्तरपद दोनों ही प्रधान है इनका विग्रह करने पर ‘और’, ‘या’ लगाते हैं।

Dwand Samas – द्वंद्व समास के अन्य उदाहरण –

समस्तपद और विग्रह

माँ-बाप = माँ और बाप
घी-शक्कर = घी और शक्कर
हानि-लाभ = हानि और लाभ
भाई-बहन = भाई और बहन
ऊँच-नीच = ऊँच और नीच
दूध-दही = दूध और दही
सुख-दुख = सुख और दुख
गंगा-यमुना = गंगा और यमुना
अन्न-जल = अन्न और जल
छोटा-बड़ा = छोटा और बड़ा
लव-कुश = लव और कुश
रात-दिन = रात और दिन
भला-बुरा = भला और बुरा
उलटा-सीधा = उलटा और सीधा
देश-विदेश = देश और विदेश
धनी-मानी = धनी और मानी
अपना-पराया = अपना और पराया
नर-नारी = नर और नारी
अमीर-गरीब = अमीर और गरीब
दाल-रोटी = दाल और रोटी
लोटा-डोरी = लोटा और डोरी

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