Essay on Friendship in Hindi दोस्ती पर निबंध

Read essay on Friendship in Hindi language. दोस्ती पर निबंध। कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए दोस्ती पर निबंध हिंदी में।

Essay on Friendship in Hindi – दोस्ती पर निबंध

hindiinhindi Essay on Friendship in Hindi

Essay on Friendship in Hindi 150 Words

विचार-बिंदु – • किसी उक्ति का उल्लेख • सच्चा मित्र-दुख का साथी • सुख में भी साथी • मित्र हमारे लिए प्रेरक और मार्गदर्शक • निराशा में हिम्मत देने वाला • भटकने पर रास्ता दिखाने वाला • मित्र-एक शक्तिवर्धक औषध।

गोस्वामी तुलसीदास ने सच्चे मित्र के बारे में कहा है –

जे न मित्र दुख होहिं दुखारी। तिन्हहिं बिलोकत पातक भारी।
निज दुख गिरिसम रज करि जाना। मित्रक दुख-रज मेरू समाना।

सच्चा मित्र वही है जो मित्र के दुख में काम आता है। वह मित्र के कण जैसे दुख को भी मेरू के समान भारी मानकर उसकी सहायता करता है। मित्र सुख-दुख का साथी है। वह केवल दुख में ही नहीं, सुख में भी साथ देता है। मित्र के होने भर से हमारे सुख के क्षण रंगीन हो उठते हैं। कोई भी खुशी, पार्टी या महफिल मित्रों के बिना नहीं जमती। सच्चा मित्र हमारे लिए प्रेरक, सहायक और मार्गदर्शक का काम करता है। जब भी हम निराश होते हैं, मित्र हमारी हिम्मत बढाता है। जब हम परास्त होते हैं, वह उत्साह देता है। जब हम शिथिल होते हैं, वह प्रेरणा देता है। जब हम रास्ता भूलते हैं, वह मार्गदर्शन करता है। सच्चा मित्र हमारे लिए शक्तिवर्धक औषधि बनकर सामने आता है। सच्चा मित्र हमें पथभ्रष्ट होने से भी बचाता है और सन्मार्ग पर भी अग्रसर करता है। सच्ची मित्रता सचमुच वरदान है।

My best friend essay in Hindi

गर्मी की छुट्टियाँ कैसे बिताई पर निबंध

Essay on Friendship in Hindi 200 Words

मित्रता जीवन के सबसे मूल्यवान सम्बन्ध है। वास्तविक दोस्ती दो या दो से अधिक का रिश्ता है जो एक दूसरे पर भरोसा करते हैं और बदले में कुछ भी उम्मीद नहीं करते हैं। लोग जो दोस्ती करना पसंद करते है उन्हें उम्र, जाति से कोई फर्क नही पड़ता। दोस्तों को ध्यान से चुना जाना चाहिए, क्योंकि अच्छे दोस्त हमें अच्छे रास्ते पर ले जाते हैं, जबकि बुरे दोस्त हमें गलत रास्ते पर ले जाकर हमारे जीवन को खराब कर सकते है। हमारे अपने बुरे समय में अच्छे व बुरे दोस्तों का पता चलता है। दोस्ती कई तरह से प्रभावित हो सकती हैं जैसे लतफहमी से भी दोस्ती टूट सकती है।

सच्चे दोस्त कभी अपने दोस्त को नही छोड़ते हैं और उसे एक अच्छा इंसान बनने की प्ररेणा देते रहते हैं। आज के दिनों में सच्चा दोस्त ढूंढना बडा मुश्किल होता है। सच्चे दोस्तों में कोई खून का रिश्ता नहीं होता हैं लेकिन उनकी दोस्ती खून के रिश्ते से बढ़कर होती है। दोस्त दुनिया को सुंदर बनाते हैं। दोस्ती के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है।

Unity is Strength Story in Hindi

Letter to your Friend Describing your Birthday Party in Hindi

Essay on Friendship in Hindi 700 Words

मित्रता पर निबंध

दुनिया की दशा और दिशा भी अत्यंत विचित्र है। यहाँ कदम-कदम पर लालच, छल-कपट और ईष्र्या-द्वेष तो मिल जाता है, पर सत्य अथवा वास्तविकता के दर्शन बहुत कम और बड़ी मुश्किल से ही होते हैं। यहाँ मीठी-मीठी बातें करके, सभ्यता और संस्कार होने का मुखौटा ओढ़कर, बने-संवरे स्वार्थी लोग तो हर कहीं मिल जाया करते हैं, पर नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने वाले प्रायः नहीं मिलते। मिलते भी हैं, तो बहुत कम और बहुत भाग्यशाली होने पर भी कभी-कभार ही। इसी तरह हर समय साथ चिपके रह कर, मित्र होने का ढोंग भरा काम करने वाले लोग तो हर कहीं दिख जाते हैं, ताकि हमें बुद्ध बनाकर खा-पी और मौज मना सकें, पर सच्चा मित्र और साथी मुश्किल से ही मिलता है। आदर्श मित्र अथवा साथी की तो आज मात्र कल्पना की जा सकती है।

आदर्श मित्र कौन हो सकता है, इस विषय में संस्कृत के नीतिशास्त्र की एक प्रसिद्ध पंक्ति है कि ‘राजद्वारे श्मशानेच यो तिष्ठति स: बान्धव:’- अर्थात राजद्वार और श्मशानघाट में जो साथ, कन्धे-से-कन्धा मिलाकर साथ खड़ा होता है वही सच्चा अथवा आदर्श मित्र है। यहाँ ‘राजद्वार’ वास्तव में सुख-सम्पत्ति का प्रतीक है, जबकि श्मशानघाट दु:ख का और सच्चे मित्र सुख-दु:ख में समान रुप से साथ दिया करता है। ऐसा मित्र जो सुख-सम्पत्ति के दिनों में साथ रहता हो पर दु:ख-विपत्ति पड़ने पर आँखे चुराकर मुँह फेर लेता हो वह सच्चा मित्र नहीं हो सकता।

आदर्श मित्र और मित्रता को कसने वाली वास्तविक कसौटी अथवा आपत्ति ही है। आगे-पीछे अथवा सुख के समय अपने-आप को हमारा मित्र कहने वाले के मन में वास्तव में क्या है, इस बात का अनुमान कर पाना बड़ा ही मुश्किल कार्य है। वह अपनी वाक पटुता तथा अच्छे व्यवहार से अच्छा-ही-अच्छा नजर आकर हमारा शोषण करता रहता है। आधुनिक परिवेश में, जबकि प्रत्येक कार्य और व्यापार में केवल निजी हानि-लाभ और निहित स्वार्थ को ही सामने रख कर कार्य किया जाता है, सादगी का स्थान व्यवहार कुशलता और चालाकी ने ले लिया है, ऐसे में सच्चे साथी एवं आदर्श मित्र की पहचान कर पाना और भी मुश्किल कार्य हो गया है।

कविवर रहीम ने भी सच्चे मित्र की परिभाषा उपर्युक्त प्रकार से ही करने का सार्थक प्रयत्न किया है। इस विषय में उनका रचा निम्नलिखित दोहा विशेष रूप से उल्लेखनीय है।

“सुख सम्पदा में सगे, बनत बहुत बहु रीति।।
विपति-कसौटी जे कसे, ते ही साँचे मीत।”

अर्थात जब व्यक्ति का जीवन सुखमय होता है, उसके पास धन-संपति की अल्पता नहीं रहती, उस समय उसके पास सगे-संबंधियों की कमी नहीं रहती। लेकिन वे सभी वास्तव अपने या सगे नहीं हुआ करते। विपत्ति रूपी कसौटी पर जो खरा उतरता है, वही वास्तव में अपना सगा, साथी अथवा मित्र होता है। अत: व्यक्ति को मित्र बनाते समय बहुत सावधान रहना चाहिए। अपने गुण-स्वभाव और सामर्थ्य के अनुरुप व्यक्ति को ही मित्र बनाना चाहिए। समाज में रहते हुए हमारे अच्छे मेल-मुलाकाती तो बहुत सारे हो सकते हैं, वे सुख-दुख में सामान्य तौर पर हमारे साथ भी रह सकते हैं, पर जिसे मित्रता और मित्र कहा जाता है, वह बात ही अलग है। हजारों-लाखों मेल-मुलाकातियों में आदर्श मित्र तो कोई एक-आध ही हो सकता है। शेष सभी तो मात्र दुनियादारी निभाने वाले ही होते हैं।

एक आदर्श मित्र सुख-दुख में सदैव साथ खड़ा मिलता है, साथ ही वह हमें भटकने भी नहीं देता तथा हमे हौसला भी देता है। भटकते अथवा कदम लड़खड़ाते देख आगे बढ़कर हाथ थाम लेता है। सदैव नेक राह पर चलता, चलाता और नेक ही सलाह देता है। बुराई की राह पर कभी नहीं बढ़ने देता। बुराइयों और बुरों से भरसक सावधान करता रहता है। वह हमारे हँसने-खेलने का साथी तो बनता है; पर बेकार के गुलछरें उड़ाने को न तो साथ रहता है और न वैसा कुछ करने ही देता है। वह माता के समान ममता, बहन-भाई के समान सहज स्नेह और पिता के समान स्वाभाविक नियंत्रण युक्त प्यार का खजाना न्यौछावर कर देने वाला होता है। ऐसे आदर्श मित्र का मिलना निश्चित रूप से कठिन है लेकिन जिसे मिल जाए समझो कि उसका जीवन स्वयं ही सफलता की सुखद राहों पर चल निकला।

More essay in Hindi

Invitation letter to the friend for summer vacation in Hindi

Letter to your Friend Describing your Birthday Party in Hindi

Letter of Congratulation to a Friend on his Birthday in Hindi

Thank you for reading. Don’t forget to give us your feedback.

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *