Nar Ho na Nirash karo man ko Hindi Essay

Read Nar Ho na Nirash karo man ko Hindi Essay. नर हो न निराश करो मन को पर निबंध। कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए नर हो न निराश करो मन को पर निबंध हिंदी में।

hindiinhindi Nar Ho na Nirash karo man ko Hindi Essay

Nar Ho na Nirash karo man ko Hindi Essay

मन चंचल है, विचारों को मथने वाला, बलवान और दृढ़ स्वभाव वाला है, इसलिए इसको वश में करना उतना ही कठिन है जितना वायु को रोकना, किंतु इसे निरंतर अभ्यास से वश में किया जा सकता है। मन क्या है? यह अंत:करण का व्यवहार है जिससे हम सब काम करते हैं, सोचते-समझते हैं। यही वह शक्ति है जो हमें प्रेरित करती है लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए। मनुष्य सष्टि की सर्वश्रेष्ठ रचना है उसके पास मन है तो विवेक है। जब मनुष्य अपने मन को एकाग्रचित करके कार्य करता है तभी सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ता है। मन की शक्ति असीमित है। मन से शरीर को बल मिलता है।

यही कारण है कि विपरीत परिस्तिथायो में मनुष्य धैर्य नहीं खोता, हिम्मत नहीं हारता। जब मनुष्य अपने मन के बल पर विश्वास और आशा को डगमगाने नहीं देता, तब अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है। जीवन में अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए मनुष्य को निरंतर संघर्ष करना पड़ता है। पुरुषार्थी मनुष्य अपने पुरुषार्थ के बल पर सफलता प्राप्त कर लेता है। चरुषार्थ का संबंध मानव के मन से है। मानव अपने मन को वश में करके समस्त इंद्रियों को वश में कर लेता हैं। तब उसे कोई भी पराजित नहीं कर सकता। मन की दृढ़ता के बल पर मनुष्य असंभव को भी संभव बना देता है। जिसने मन को जीत लिया, सफलता उसके कदम चूमती है, वह निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहता है। आशावान व्यक्ति के सामने भाग्य भी घुटने टेक देता है।

अपने मन में निराशा व उदासी नहीं लानी चाहिए। मनुष्य के पास सब कुछ हो परंतु यदि मन उदास होगा तो सब व्यर्थ है। हार और जीत का संबंध मनुष्य के मन से है। जहाँ मन की शक्ति सबल है वहाँ जीत निश्चित है। जहाँ मन की शक्ति क्षीण है, वहाँ पराजय होगी। यदि मनुष्य मन से हार मान लेगा तो सभी साधनों के होते हुए भी वह शक्तिहीन हो जाएगा। इस प्रकार स्पष्ट है कि विचारों की जननी मन हीं है। अतः मन के हारे हार है और मन के जीते जीत। अपने मन में निराशा न लाएँ। मन को वश में करके ही हम अपने संकल्पों को पूर्ण कर सकते हैं।

More Hindi Essay

Story on Salary in Hindi

Essay on Friendship in Hindi

Chandi Ki Chabi Story in Hindi

Unity is Strength Story in Hindi

Essay on Gold in Hindi

My Best Friend Essay in Hindi

Thank you for reading. Don’t forget to give us your feedback.

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे।


Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *