Vidyalaya ki visheshta batate hue patra
|Vidyalaya ki
Vidyalaya ki Visheshta Batate hue Patra
Write a letter to your friend stating the characteristics of your school. विदेशी मित्र/साथी को पत्र लिखिए और उसमें अपने विद्यालय की विशेषताएँ बताइए। Vidyalaya ki visheshta batate hue patra.
परीक्षा भवन
**केंद्र
**नगर
15-3-2008
प्रिय सलीम
सप्रेम नमस्कार !
आशा है की तुम कुशल होंगे। मैंने डी।ए।वी। स्कूल, दिल्ली में प्रवेश लिया है। यह स्कूल अपने-आप में विशेष है। इसका भवन बहुत सुंदर तथा भव्य है। हरे प्रांगण से घिरा इसका साफ-सुथरा मजबूत भवन मन मोह लेता है।
विद्यालय में लगभग 2000 बच्चे पढ़ते हैं। प्राचार्या का नाम है श्रीमती आर्या। वे अत्यंत विदुषी, कुशल तथा स्नेही महिला हैं। वे दिन-रात स्कूल की उन्नति की चिंता किया करती हैं। कभी-कभी तो वे विद्यालय के प्रवेश-द्वार पर बच्चों को स्नेह से निहारती रहती हैं।
मेरे विद्यालय का अनुशासन बहुत कठोर है। बच्चे अपने अध्यापकों का सम्मान करते हैं। सुबह प्रार्थना हमारे कमरों में ही हो जाती है। इस विद्यालय में खेल, मनोरंजन तथा बौद्धिक विकास की सारी व्यवस्थाएँ हैं। इंडोर गेम्स के लिए बहुत सुसज्जित हॉल है। यहाँ का पुस्तकालय और कला-कक्ष दर्शनीय है। और भी कितनी विशेषताएँ हैं। मैं यहाँ बहन प्रसन्न हूँ। और बातें बाद में लिखेंगा।
तुम्हारा
तुषार
35/53, गली नं। 4
मुकर्जी नगर, दिल्ली
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Charitra Praman Patra letter in Hindi
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