Janmashtami Essay, Wishes, Images, Messages, Quotes, Wallpapers in Hindi Font

Happy Janmashtami essay, images, quotes, wallpapers, greetings, messages हिंदी में। First of all we are going to write an essay on Janmashtami in Hindi 1000 words. After that, we will talk about krishna Janmashtami 2019. Now we will tell you when is Janmashtami in 2019/ Janmashtami kab hai/ Janmashtami date in India? Every year 24 August Krishna Janmashtami is celebrated. This year also Janmashtami 2019 date in India calendar is 24th August. आपके लिए ले कर आए है जन्माष्टमी।

Happy Janmashtami

hindiinhindi Janmashtami essay in Hindi

Essay on Janmashtami in Hindi 150 Words

कृष्ण जन्माष्टमी को जन्माष्टमी या गोकुलष्टमी भी कहा जाता है। यह त्यौहार भगवान कृष्ण के जन्म के समय मनाया जाता है। यह हिन्दुओं का त्यौहार है। भगवान कृष्ण भगवान विष्णु के अवतार के रूप में माने जाते है। कृष्ण भक्त इस उत्सव को बहुत ही खुशी के साथ मनाते हैं। मंदिर बहुत ही खूबसूरती से सजाये जाते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में इस उत्सव का जश्न मनाते हैं और वे इस त्यौहार को विभिन्न तरीकों से मनाते हैं।

कृष्ण के बचपन से सम्बन्धित स्थान, जैसे गोकुल, वृंदावन और मथुरा पूरे भारत के पर्यटकों को आर्किषत करते हैं और इस त्यौहार को बहुत ही उत्साह व उल्लास के साथ मनाते हैं। कृष्णा के जन्म, बचपन आदि को दिखाते हुये विभिन्न नाटक व नृत्य आयोजित किये जाते हैं। जन्माष्टमी के दिन लोग विशेष पूजा करते हैं, व्रत रखते है व भजन आदि गाते हैं। कृष्णा जन्माष्टमी भक्तों के लिए बहुत ही खुशी का त्यौहार है और वे इस उत्सव का बेस्रबी से इंतजार करते हैं।

Essay on Janmashtami in Hindi 600 Words

भूमिका

कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। जन्माष्टमी न केवल भारत में अपितु विदेशों में भी आस्था और उल्लास से मनाई जाती है। श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि में भगवान श्री कृष्ण ने देवकी मैया और वासुदेव के पुत्र के रूप में जन्म लिया था। उनके जन्म से पहले ही उनके मामा कंस द्वारा उनकी मृत्यु का षड्यंत्र रचा गया था। कारावास जैसे नकारात्मक परिवेश में जन्म लेना किसी त्रासदी से कम नहीं था। विपरीत वातावरण के बावजूद श्री कृष्ण को जन्म के बाद यशोदा मैया और नंद बाबा के पास पहुँचाया गया था। इसलिए श्री कृष्ण को नंद किशोर भी कहा जाता है।

उत्सव मनाने का ढंग

जन्माष्टमी के पावन उत्सव पर मथुरा नगरी भक्ति के रंगों में सराबोर हो उठती है। इस दिन कान्हा की मोदक छवि देखने के लिए श्रद्धालु मथुरा पहुँचते हैं। मंदिरों को विशेष तौर पर सजाया जाता है। इस दिन मथुरा नगरी के साथ-साथ पूरे भारत के मंदिरों में झाँकियां सजाई जाती हैं तथा भगवान कृष्ण के प्रतिरूप को झूला झुलाया जाता है। जन्माष्टमी के सुअवसर पर मंदिरों तथा बाजारों की शोभा दर्शनीय होती है। इस दिन श्री कृष्ण के दर्शन करने हेतु दर्शनार्थियों का ताँता लगा रहता है।

मोहरात्रि

इस दिन स्त्री-पुरुष उपवास रखते हैं। केवल फलाहार ही करते हैं। अर्द्धरात्रि बारह बजे तक बाल रुप कृष्ण को पालने में डालकर झुलाया जाता है। श्री कृष्ण का ध्यान, नाम तथा मंत्र जपते हुए रात भर श्री कृष्ण की लीलाओं का गुणगान किया जाता है। जन्माष्टमी के व्रत को व्रतराज और जन्माष्टमी की रात्रि को मोहरात्रि कहा जाता है। इस दिन किए गए गुणगान का अन्य दिनों की अपेक्षा हज़ार गुणा ज्यादा लाभ मिलता है।

रात-भर गुणगान

मंदिरों में रात के बारह बजे गर्भ के जन्म लेने के प्रतीक स्वरूप खीरा चीरकर बाल गोपाल के जन्म की लीला का चित्रण करते हैं। जन्म उत्सव के बाद घी की बत्ती, कपूर आदि से आरती करके श्री कृष्ण जी को विभिन्न खाद्य-पदार्थों का भोग लगाया जाता है और फिर सँगत में बाँटा जाता है।

दहीं-मट फोड़ना

श्री कृष्णाष्टमी के दूसरे दिन कृष्ण नवमी में नंद महोत्सव अर्थात् दहीं-मट फोड़ने की प्रथा है। इस दिन दहीं, दूध, मक्खन इन सबको मिला कर जिसे ‘काला’ कहा जाता है, मटकी में भर कर ऊँचा टाँगा जाता है। इस दिन हल्दी, दही, घी, तेल, गुलाबजल, केसर, कपूर आदि श्री कृष्ण की प्रतिमा पर चढ़ाकर आपस में इसका लेपन और छिड़काव किया जाता है। इसे गोपीनंदन लेप कहते हैं। इसे मस्तक पर लगाने से सर्वपाप नष्ट होते हैं। द्वारका की विशेष सफ़ेद मिट्टी के लेप को शुभ माना जाता है। मंगल ध्वनि बजाई जाती है और मिठाइयाँ बाँटी जाती है। दही काला का प्रसाद लेकर ही लोग अपना व्रत खोलते हैं।

‘गोविन्दा आला रे, आला,
जरा मटकी संभाल बृजबाला…..
अरे ! एक, दो, तीन, चार,
संग पाँच, छह, सात है ग्वाला….”

श्री कृष्ण के साथ इस दिन तुलसी का विवाह रचाने की प्रथा भी है। कई जगह माखनचोर नंद किशोर के जन्मदिवस पर ‘मटकी फोड़ प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। इस अवसर पर यह प्रस्तुत करने की कोशिश की जाती है कि किस तरह स्वयं को सन्तुलित रखते हुए लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है क्योंकि सन्तुलन और एकाग्रता ही सुखमय जीवन का आधार है।

उपसंहार

इस तरह श्री कृष्ण के जन्म लेने के पर्व को बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। ब्रज, वृंदावन, मथुरा और मुम्बई की जन्माष्टमी पूरे भारत वर्ष में प्रसिद्ध है। गुजरात और महाराष्ट्र दहींहाँडी के लिए प्रसिद्ध है। इन दिनों गरवा एवं डांडिया नृत्य किया जाता है।

Essay on Janmashtami in Hindi 650 Words

जन्माष्टमी हिंदू समुदाय का धार्मिक त्योहार है। कहा जाता है कि मथुरा के राजा कंस को मारने के लिए भगवान विष्णु ने कृष्ण के रूप में जन्म लिया था। भगवान कृष्ण के जन्मदिन को जन्माष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। मथुरा का राजा कंस बहुत ही अत्याचारी और दुराचारी था। उसकी बहन देवकी का विवाह राजा वासुदेव के साथ हुआ था। एक दिन कंस जब अपनी बहन देवकी को विदा करने जा रहा था उसी समय आकाशवाणी हुई कि जिस बहन को तू विदा कर रहा है इसकी आठवीं संतान तुझे मार देगी। आकाशवाणी सुनने के बाद कंस ने अपनी बहन-बहनोई को कैद करके कारावास में डाल दिया और संतानों के जन्म लेते ही उनकी हत्या करने लगा। एक-एक करके कंस ने सात बच्चों को मार डाला, अंत में आठवे बालक का जन्म भाद्रपद मास की कृष्ण अष्टमी को कृष्ण के रूप में हुआ। जिस समय कृष्ण का जन्म हुआ उस समय दैवी शक्ति के प्रभाव से जेल के पहरेदार सो गए और जेल के द्वार खुल गए। वासुदेव बालक कृष्ण को गोकुल में नन्द और यशोदा के पास छोड आए। इसी दिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। बड़े होकर कृष्ण ने कंस का वध किया।

भगवान कृष्ण, तपस्वी, दार्शनिक, योगी, महाराज सेनापति और एक सफल कूटनीतिज्ञ थे। अपनी बाल क्रीड़ाओं से वह सबका मन मोह लेते थे। गोकुल के सभी वासी कृष्ण से प्रेम करत थे। कष्ण ने भारत की भूमि पर पापियों का नाश करके धर्म की स्थापना की थी। अतः भारतीय जन-जीवन में इस पर्व को राष्ट्रीय-सांस्कृतिक धार्मिक सभी स्तर पर बहुत महत्व प्राप्त है।

इस पर्व को सभी भारतीय बहुत ही श्रद्धापूर्वक मनाते हैं इस दिन लोग प्रेम और श्रद्धाभाव के साथ व्रत रखते हैं। प्रात:काल से ही घर की साफ-सफाई की जाती है और स्नान आदि से मुक्त होकर लोग मंदिर जाते हैं और पूजा पाठ करते हैं। घर में विविध प्रकार के मिष्ठान आदि बनाए जाते हैं। इस दिन हलवाइयों की दुकान की शोभा बढ़ जाती है। मंदिरों को रोशनी से जगमगा दिया जाता है। लोग अपने-अपने घरों में भगवान श्रीकृष्ण के लिए पालना डालते हैं और बारी-बारी से लोग इसमें भगवान कृष्ण की मूर्ति रखकर झूला देते हैं। चन्द्रमा के दर्शन करके आधी रात के बाद लोग अपना व्रत समाप्त करते हैं।

इस दिन शहरों में अनेक स्थलों पर झाकियाँ निकलती हैं इन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। जगह-जगह पर कृष्ण की लीलाओं पर नाटक भी आयोजित किए जाते हैं। मंदिरों एवं धार्मिक स्थानों पर इस दिन गीता पाठ किया जाता है। मथुरा एवं वृंदावन में तो उत्सव विशेष रूप से मनाया जात है। इस दिन यहाँ ऊँचे स्थलों पर दही की मटंकियां लगाई जाती हैं और श्रद्धालु लोग एक साथ मिलकर इस मटकी को फोड़ते हैं। कहा जाता है कि दही, माखन भगवान कृष्ण का प्रिय भोजन था, इसलिए मटका फोड़ने की परंपरा वृंदावन और मथुरा में आज भी कायम है। इस दिन मथुरा एवं वृंदावन में मंदिरों की शोभा देखते ही बनती हैं।

भगवान कृष्ण का जीवन हमारे लिए एक आदर्श है। भगवद्गीता में भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया हुआ जीवन का सच्चा पाठ है। भगवान कृष्ण एक कर्मवीर और योगी पुरूष थे। वह सदैव सत्कर्म में विश्वास करते थे और समय आने पर उन्होंने हमेशा सत्पुरूषों का ही साथ दिया।

जन्माष्टमी का पर्व हमें उत्साह और प्रेरणा प्रदान करता है। यह पर्व प्रतिवर्ष नई प्रेरणा उत्साह और संकल्प लिए हमारा पथ प्रदर्शन करता है। जिस प्रकार भगवान कृष्ण ने अत्याचार को खत्म किया, उसी प्रकार हमें भी समाज में फैली बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए।

We have written paragraph on Janmashtami and you can give speech on Janmashtami. Now we are going to add Janmashtami wishes in Hindi and poster.

hindiinhindi Janmashtami wishes

Check out beautiful poster Sri Krishna above.

Happy Krishna Janmashtami Wishes Images

श्री कृष्ण के कदम आपके घर आये,
आप खुशियो के दीप जलाये,
परेशानी आपसे आँखे चुराए,
कृष्ण जन्मोत्सव की आपको शुभकामनायें .
हैप्पी जन्माष्टमी

Janmashtami Status 

माखन चोर नन्द किशोर,बांधी जिसने प्रीत की डोर.
हरे कृष्ण हरे मुरारी,पूजती जिन्हें दुनिया सारी,
आओ उनके गुण गाएं सब मिल के जन्माष्टमी मनाये.

Krishna Janmashtami WhatsApp status

कृष्ण जिनका नाम,
गोकुल जिनका धाम,
ऐसे श्री कृष्ण भगवान को
हम सब का प्रणाम,
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई.

Status in Hindi

बचपन में बड़े नटखट, जो चुराए मिश्री और माखन
ऐसे भगवान को मेरे सच्चे दिल से नमन
जन्माष्टमी की शुभकामनाये

Happy Janmashtami image

Krishna Janmashtami images

Janmashtami Quotes

“कृष्णा जिनका नाम। गोकुल जिनका धाम। ऐसे श्री कृष्णा भगवन को। हम सबका प्रणाम।”

“प्यार क्या होता हैं ये दुनिया को जिसने बताया। दिलों के रिश्तों को जिसने प्रेम से सजाया। उस प्यार के देवता का आज जन्मदिन है!”

Quotes in Hindi

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी , हे नाथ नारायण वासुदेवा , एक मात स्वामी सखा हमारे , हे नाथ नारायण वासुदेवा.. जय श्री कृष्ण

कान्हा रे थोड़ा सा प्यार दे , चरणों में बैठा के तार दे… जय श्री कृष्ण

 krishna janmashtami

Janmashtami Messages

नन्द के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की
हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ कामनाये

Message Quotes

राधा की भक्ति, मुरली की मिठास
माखन का स्वाद और गोपियों का रास
सब मिलके बनाते हैं जन्माष्टमी का दिन ख़ास
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें

Janmashtami Wallpapers

In Janmashtami wallpapers we will add Janmashtami shayari which you can poster on your whatsapp.

Happy Janmashtami Wallpapers

Check out Janmashtami photo gallery along with Janmashtami decoration ideas for Janmashtami.

Janmashtami Greetings

कन्हैया हमारे दुलारे,
वही सबसे प्यारे,
माखन के लिए झगड़ जाये,
गोपिया देखकर आकर्षित हो जाये
लेकिन सबके रखवाले
तभी तो सभी के दुलारे.

Greetings in Hindi

नन्द का दुलारा, देवकी का प्यारा
यशोदा की आँख का तारा
जय हो तेरी गोकुल के ग्वाला
पीड़ा हरो हम सबकी
यह विनती है हम सबकी
अब तो दर्श दिखाओ भगवन
जय हो जय नटखट नन्द लाला
वृन्दावन का यारा
तेरी सदा ही जय जय कारा !

Janmashtami wallpaper

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